हरिद्वार: कुम्भ को लेकर संन्यासियों का हरिद्वार पहुंचना शुरू हो गया हैै। निरंजनी अखाड़ा में कन्या पूजन के साथ संन्यासियों का भव्य स्वागत हुआ। तीन मार्च को अखाड़ा की पेशवाई निकलेगी। सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा में नागा संन्यासियों का सबसे बड़ा योगदान है। मुगल शासकों के समय में नागा संन्यासियों ने लड़ाई लड़कर सनातन धर्म की रक्षा की है। अखाड़ा के सिद्ध महात्मा माने जाने वाले नागा संन्यासी श्रीमहंत रामवन हरिद्वार पहुंचे। अखाड़ा में उन्होंने कन्या पूजन किया। श्रीमहंत रामवन के अखाड़ा में पहुंचने पर श्रीमहंत रविंद्रपुरी और अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।