प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहरों में नई जान फूंकने का भी आह्वान किया है। कल शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से यह बात स्पष्ट हो गई है कि जो शहर हमारे विकास के केंद्र माने जाते हैं, वे नाजुक इलाके भी बन सकते हैं। महामारी के दौर में दुनिया भर में अनेक शहरों ने अपने आप को आर्थिक महामंदी के दौर के बाद की सबसे बुरी आर्थिक स्थिति में घोषित कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरों को फिर से पटरी पर लाना तब तक संभव नहीं होगा, जब तक हम अपनी सोच, प्रक्रियाओं और काम करने के तौर-तरीकों का फिर से निर्धारण नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री ने शहरों के सतत विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सभी शहरों की नदियों, झीलों और हवा को स्वच्छ बनाए रखने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए।