जलप्रलय के बाद ऋषिगंगा नदी में मलबे की वजह से जो झील बनी थी, उसके टूटने का खतरा धीरे-धीरे कम होने लगा है। झील में तीन धाराएं और बन गई है। जिसके बाद अब झील का पानी चार धाराओं से नदी में प्रवाहित हो रहा है। पहली धारा झील के अस्तित्व में आने के बाद ही बन गई थी। सभी धाराएं स्वतः बनी हैं। इनसे झील में जमा पानी धीरे-धीरे बाहर आ रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के सेटेलाइट चित्र में ये धाराएं नजर आई हैं। उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एमपीएस बिष्ट ने सेटेलाइट चित्र के विश्लेषण के बाद नई धाराएं बनने की पुष्टि की।