प्रदेश के अशोक कुमार, महानिदेशक, अपराध और कानून व्यवस्था ने कहा कि SMART (S-Sensitive & Strict, M-Modern with Mobility, A-Alert & Accountable, R- Reliable & Responsive, T-Trained & Techno-Savvy) Policing के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मित्रता, सेवा, सुरक्षा के अनुरूप कार्य करने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस की समस्त इकाईयों को और अधिक दक्ष बनाने और कर्मियों की कार्य दक्षता को बढ़ाने के लिए मुख्यालय स्तर पर 6 समितियाँ गठित की गयी हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड पुलिस अत्यधिक स्मार्ट पुलिस बनेगी। पुलिस व्यवस्था ऐसी की जाएगी कि बदमाशों में पुलिस का खौफ होगा और आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों के मनोबल में भी वृद्धि होगी।