जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं, के मंत्र का पूरी तरह पालन करना आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन समाप्त हो गया है और आर्थिेक गतिविधियां फिर शुरू हो रही हैं। लेकिन हम सभी को सतर्क रहना की आवश्यकता है। पिछले सात महीनों में सातवीं बार राष्ट्र को संबोधन में मोदी ने कहा कि जनता कर्फ्यू से आज तक कोरोना से भारत की लड़ाई लंबा सफर तय कर चुकी है। उन्होंने कहा कि महामारी की वैक्सीन बनने तक यह लड़ाई कमजोर नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने लोगों को याद दिलाया कि लॉकडाउन भले ही खत्म हो गया लेकिन वायरस अभी तक नहीं गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे सब सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए विशाल जनसमुदाय की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि त्योहार मनाने के दौरान सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि दुनिया की तुलना में भारत में ज्यादा लोगों की जान बचाई जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश में 90 लाख से अधिक बिस्तर, 12 हजार क्वारंटीन केंद्र और दो हजार कोविड प्रयोगशालाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत विश्व के संसाधन समृद्ध देशों की तुलना में अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों की जान बचाने में सफल हो रहा है। जांच की बढ़ती संख्या कोविड महामारी से लड़ाई में प्रमुख ताकत रही है। देश में मृत्यु दर कम है और स्वस्थ होने की दर अच्छी है। ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि कोरोना वैक्सीन सब लोगों तक पहुंचे। साथ ही प्रधानमंत्री ने मीडिया से जागरुकता फैलाने की अपील की।