भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखीराम जोशी को भाजपा से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया है, जिसमें उनसे 7 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। पार्टी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए उस पत्र का संज्ञान लेते हुए की है, जिसस में प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए नेतृत्व परिवर्तन का प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया है। यह पत्र जोशी ने प्रधानमंत्री को भेजा है। प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि पार्टी में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से है। अतः किसी भी कार्यकर्त्ता को चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, को अनुशासन हीनता के मामले में कोई रियायत नहीं दी जा सकती । यदि किसी के मन में कोई विषय है तो वे सीधा उनसे कहें । वे उस विषय को उचित स्तर पर ले जाएँगे। लेकिन अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जा सकती ।