रक्तदान है महादान

कोविड 19 के कारण रक्तदान में गिरावट देखने को मिली है। अस्पताल और ब्लड बैंकों में जाने से रक्तदाता हिचक रहे हैं। भले ही पूरा देश अब अनलॉक-पांच में आ गया है, लेकिन अलग-अलग बीमारियों से जूझ रहे मरीजों का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है।अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र भंडारी के अनुसार खून की कमी के मद्देनजर सभी से डोनेशन के लिए गुजारिश की जा रही है। अगर आप स्वस्थ हैं और रक्तदान किए हुए तीन महीने से अधिक समय हो गया है तो आगे आकर खुद के महादानी बनने का मौका हाथ से न जाने दें और रक्तदान करके दूसरों की जिंदगी बचाने को आगे आएं। महेंद्र भंडारी का कहना है कि लोग कोरोना के डर से ब्लड बैंक में आने से कतरा रहे हैं। वर्तमान समय में लोगों को डर है कि अगर वे अस्पताल आएंगे तो कोरोना संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। हालांकि, ऐसा कुछ नही हैं। लोग संकोच कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें आश्वासन देना चाहते हैं कि ब्लड बैंक खून लेने के दौरान सभी तरह की जरूरी सावधानियां बरत रहा है।
जानिये कौन कर सकता रक्तदान
रक्तदान से किसी तरह की शारीरिक कमजोरी नहीं होती है। एक यूनिट में सिर्फ 350 एमएल खून निकाला जाता है। 18 से 65 वर्ष की आयु तक रक्तदान किया जा सकता है, बशर्ते रक्तदाता का हीमोग्लोबिन 12.5 से अधिक हो। इसमें पुरुष हर तीन महीने के बाद और महिलाएं चार महीने के बाद रक्तदान कर सकती हैं। गर्भावस्था के समय महिलाएं, हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और टीबी से पीड़ित और अनीमिक व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकते हैं।

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