देश में दुर्गा पूजा हिन्दुओं का सबसे बड़ा धार्मिक पर्व है। स्वास्थ्य सेवा विभाग ने बांग्लादेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए दुर्गा पूजा के दौरान अपनाए जाने वाले दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पांच दिन के समारोह 22 अक्तूबर से शुरू होंगे। दिशा-निर्देशों में दुर्गा पूजा के आयोजकों से ये सुनिश्चित करने को कहा गया है कि मंडपों में प्रवेश और निकास के द्वार अलग-अलग हों। आने वाले पुरुषों और महिलाओं को पूजा के लिए के लिए अलग-अलग व्यवस्था करनी होगी। मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
श्रद्धलुओं को कम से कम तीन फीट की सुरक्षित दूरी बनाए रखनी होगी। माला और फूल स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करते हुए ही अर्पित किए जा सकेंगे। पूजा स्थल के प्रवेश द्वार पर हाथ धोने, सैनेटाइज़र की व्यवस्था करनी होगी। आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी। खांसी, सर्दी, बुखार या सांस की तकलीफ वाले लोगों को पूजा स्थल पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। पूजा के दौरान प्रसाद वितरण, आरती, स्पर्धा और शोभा यात्रा की अनुमति नहीं होगी। पूजा के लिए आवश्यक धार्मिक संस्कारों के अलावा किसी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं होगी।