सुष्मिता के अचानक पार्टी छोड़ने के बाद अब पायलट और देवड़ा पर टिकीं निगाहें

नेतृत्व अभी तक दूर नहीं कर सका है दोनों नेताओं की नाराजगी
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह की बेटी विधायक अदिति सिंह की भी नाराजगी जगजाहिर है

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और सिलचर से पूर्व सांसद सुष्मिता देब का अचानक पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने के बाद पार्टी में पिछले कुछ वक्त से मची भगदड़ पर चर्चा तेज हो गई है। अब सबकी निगाहें युवा नेता सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा पर टिकी हैं। दोनों नेताओं की नाराजगी को अभी तक पार्टी नेतृत्व दूर नहीं कर सका है।

वहीं, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह की बेटी विधायक अदिति सिंह की भी नाराजगी जगजाहिर है। तकनीकी कारणों से ही अदिति फिलहाल कांग्रेस में हैं। हैरत की बात यह है कि जिन युवा चेहरों पर कांग्रेस को भरोसा रहा है और उनके परिवारों की गांधी परिवार से नजदीकियां भी रही हैं, लेकिन उनका भी पार्टी से मोह भंग हो रहा है।

पार्टी में एक तबका लंबे समय से इस बात पर ऐतराज जताता रहा है लेकिन अब जब आधा दर्जन ऐसे चेहरे सामने आए हैं तो अन्य नेताओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

कांग्रेस में काफी पहले पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं में नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह और महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सिजोय पहले ही भाजपा में जा चुके हैं। बीते दो साल में ऐसे नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद भाजपा में गए हैं।

पार्टी ने जिन परिवारों को सब कुछ दिया उन्हें संघर्ष रास नहीं आ रहा
कांग्रेस में पारिवारिक विरासत छोड़कर दूसरे दलों में जाने वाले नेताओं को लेकर अब आवाज उठने लगी है पार्टी के ग्रुप-23 से जुड़े एक नेता का कहना है कि ये मौकापरस्त हैं जो संघर्ष नहीं करना चाहते हैं इन्होंने बचपन से कांग्रेस को सत्ता में देखा और बड़े हुए तो सत्ता की भागीदारी में अग्रिम पंक्ति में दिखे। अब जब पार्टी बुरे दौर से गुजर रही है तो उन्हें अपना भविष्य दूसरे दलों में दिख रहा है।

उनका कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने हमेशा ऐसे नेताओं को प्राथमिकता दी और आज ये नेता ही नुकसान पहुंचा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिदंबरम के सांसद बेटे कार्ति चिदंबरम भले कांग्रेस में विरासत की राजनीति कर रहे हैं लेकिन उन्होंने सुष्मिता देव के इस्तीफे पर ट्वीट किया, हमें इस बात पर गहन विचार की जरूरत है कि सुष्मिता देव जैसे लोग पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं। इस विषय पर विचार करने से पीछे नहीं हटना चाहिए।

नीता डिसूजा महिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त
कांग्रेस में शायद यह पहला मौका है, जब 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए और पार्टी छोड़कर जाने से खाली हुआ पद भर दिया गया। कांग्रेस ने नीता डिसूजा को पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त होने तक तत्काल प्रभाव से अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया है।

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