दीपावली के अवसर पर केदारनाथ मंदिर को फूलों की माला से सजा दिया गया है। मंदिर परिसर को मिट्टी के दीयों से रौशन किया जाता है। मंदिर को पूरी तरह से गेंदे के फूल की लड़ियों से सजा दिया गया है। उत्तराखंड में हर साल केदारनाथ मंदिर के द्वार खोलने और बंद करने की तिथि निर्धारित है। मंदिर के कपाट मार्च और अप्रैल में खुलते है और सर्दियों की शुरुआत में अक्टूबर नवम्बर के दौरान बंद हो जाता है। आपको बतादें कि उत्तराखंड में प्लास्टिक बैन होने के बाद से मंदिर को स्थानीय लोगों द्वारा उगाये गए गेंदे के फूलों से सजाया जाता है ,ये फूल रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ, जखोली, अगस्तमुनि ब्लॉक के अलावा लोकल संस्थाओं द्वारा भी उगाया जाता है।