जौली ग्रांट एयरपोर्ट के विस्तार की परियोजना के विरोध में देहरादून वासियों ने कल थानों क्षेत्र में जन आंदोलन का आह्वान किया। एयरपोर्ट का विस्तार करने के लिए एक प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया गया है जिसके तहत 10,000 पेड़ों का कटाव अनिवार्य होना हैं, उत्तराखंड सरकार ने इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय वन्य बोर्ड से अनुमोदन प्राप्त किया जिसके तहत वन्यजीव बोर्ड 243 एकड़ वनय भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को देने के लिए तैयार है। जिस क्षेत्र में जंगलों का कटाव होना हैं वह राजाजी नेशनल पार्क के इको सेंसेटिव जोन 10 किलोमीटर के अर के भीतर पड़ता है, यदि इतनी भारी मात्रा में कटाव होता है तो इसका प्रभाव वन्य जीवो पर पड़ेगा।
इसी का विरोध करते हुए देहरादून की समस्त पर्यावरण प्रेमी संस्थाएं थानों में इकट्ठा हुई और वन चिपको आंदोलन का आह्वन किया। संस्थाओं ने यह भी बताया कि यदि क्षेत्र में एयरपोर्ट विस्तार होता है तो यह उत्तराखंड के जैव विविधता को नुकसान पहुंचाएगा, सरकार को ऐसे विनाशकारी प्रोजेक्ट के विषय में दोबारा से विचार करना चाहिए यदि ऐसा नहीं किया गया तो आगे भी ऐसे जन आंदोलन जारी रहेंगे।