बागेश्वर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के राष्ट्रीय वयोश्री योजना और एडिप योजना के तहत आयोजित सामाजिक अधिकारिता शिविर में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दिव्यांगों और वरिष्ठजनों की आवश्यकता को महसूस करते हुए देश में अब तक 5 हजार 330 छोटे-बड़े शिविर आयोजित कर करीब 8 लाख से ज्यादा दिव्यांगों को लाभान्वित किया गया है। श्री गहलोत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वृद्धजनों और दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने और उनके सम्मान के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं। इसी प्रकार वित्त विकास निगम की योजनाओं में अनुसूचित जाति, जनजाति, दिव्यांग और सफाई कर्मचारियों के करीब साढ़े 7 लाख लोगों को सहायता, प्रशिक्षण और कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराकर लाभान्वित किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बागेश्वर जिले के 10 विभिन्न स्थानों से 1 हजार 80 लाभार्थी चयनित किये गये हैं, जिन्हें लगभग 92 लाख 62 हजार की लागत से 3 हजार 169 सहायक यंत्र और उपकरण वितरित किये गये हैं। कार्यक्रम में मौजूद काबीना मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि दिव्यांगजनों को सभी सुविधायें उपलब्ध हो। उन्होंने बताया कि कृत्रिम अंग के लिए पहले 7 श्रेणी थी, अब सरकार द्वारा 21 श्रेणी बनायी गयी है जिसके माध्यम से सभी दिव्यांगजनों को उनकी जरूरतों के अनुसार कृत्रिम अंग उपलब्ध कराये जायेंगे। इस अवसर पर बुजुर्गों और दिव्यांगों को जीवन सहायक और कृत्रिम उपकरण वितरित किए गए।